आदेषानुषार पालन हुआ-
क्रमांक- औ.प्र.सं./पर./स्थाप-प्र/सतर्कता अभियान /2017/08/05/ के तारतम्य में संचालनालय रोजगार एवं प्रषिक्षण छ.ग. नया रायपुर के पत्र क्र.एफ-1/संरोप्र/स्थाप-प्र/सामा-/2017/487 5/नया रायपुर दिनांक 28.10.2017 के निर्देषानुसार षासन के आदेषानुसार 30 अक्टूबर 2017 से 04 नवम्बर 2017 तक “सतर्कता जागरूकता सप्ताह“ मनाये जाने हेतु निर्देष प्राप्त हुआ था। जिसके तहत 30 अक्टूबर 2017 को संस्था के सभी षासकीय सेवकों को एवं प्रषिक्षणाार्थियों को सत्यनिष्ठा प्रतिज्ञा दिलायी गयी है।
प्रषिक्षणाार्थियों का शपथ रहा कि-
हम नीतिपरक कार्य पद्धतियांे को बढावा देंगें तथा ईमानदारी और सत्यनिष्ठा की संस्कृति को प्रोत्साहन देगें,
हम न तो रिष्वत देंगे और न ही रिष्वत लेंगे ,
हम पारदर्षिता जिम्मेदारी तथा निष्पक्षता पर आधारित निगमित सुषासन की प्रतिज्ञा करते है,
हम कार्यो के संचालन मंे संबद्ध कानूनो ,नियमावली तथा अनुपालन प्रक्रियाओं का पालन करेगे,
हम अपने सभी कर्मचारियों के लिए एक निति -संहिता अपनाएगें,
हम अपने कर्मचारी को उनके कर्तव्यों के ईमानदारी पूर्वक निष्पादन के लिए,उनके कार्यो में संबद्ध नियमों ,विनियमों आदि के बारे में सुग्राही बनाएँगें,
हम समस्याओंतथा कपटपूर्ण कार्यकलापों की सूचना देने के लिए समस्या समाधान तथा पर्दाफाष तंत्र का प्रबंध करेगें,
हम संबंधित पक्षों एवं समाज के अधिकारियो तथा हितों का संरक्षण करेगें।
संस्था के कर्मचारियों, अधिकारियों का शपथ रहा
मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि –
जीवन के सभी क्षेत्रो में ईमानदारी तथा कानून के नियमो का पालन करुँगा
न तो रिष्वत लुँगा और न ही रिष्वत दुँगा,
सभी कार्य ईमानदारी तथा पारदर्षी रीति से करूँगा,
जनहित में कार्य करुँगा,
अपने निजी आचरण मे ईमानदारी दिखाकर उदाहरण प्रस्तुत करुँगा ,
भ्रष्ट्राचार की किसी भी घटना की रिपोर्ट उचित एजेंसी को दुँगा।
इसके पष्चात् लगातार तीन दिनो तक विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
जिन प्रतियोगिताओं मे विषय की आवष्यकता थी उन सभी प्रतियोगिताओं का विषय रहा –
”मेरा लक्ष्य भ्रष्ट्राचार मुक्त भारत”
महाविद्यालय के प्रषिक्षणार्थिगण प्रतियोगिता में षामिल हुएः-
राज्य का नाम | कस्बा का नाम | महाविद्यालय का नाम | आयोजित कार्यकलाप का विवरण | ष्षामिल प्रषिक्षणार्थियों की संख्या |
छ.ग. | परपोड़ी | ष्षा.औ.प्रषि.संस्था परपोड़ी | दौड़(100 मी.) | 22 |
दौड़(200मी.) | 10 | |||
रंगोली | 12 | |||
चित्र कला | 3 | |||
भाषण | 4 | |||
वाद, विवाद | 6 |
दौड़ में सम्मिलित प्रतिभागी रहे-
क्र. | नाम | ट्रेड |
1 | नोहर दास साहू | कोपा |
2 | कान्हा निषाद | कोपा |
3 | गजेन्द्र | कोपा |
4 | डोमार नेताम | कोपा |
5 | राहुल कुर्रे | कोपा |
6 | विक्की कौषल | कोपा |
7 | धनंजय साहू | इलैक्ट्रीषियन |
8 | लुकेश वर्मा | इलैक्ट्रीषियन |
9 | अनिल | इलैक्ट्रीषियन |
10 | श्रवण कुमार | फिटर |
11 | गोपाल | फिटर |
12 | तारकेश्वर | सेविंग टेक्नोलाॅजी |
13 | कुलेष्वर वर्मा | इलैक्ट्रीषियन |
14 | मनीषा साहू | कोपा |
15 | खुषबू भुवाल | कोपा |
16 | किरण वर्मा | कोपा |
17 | महेष्वरी मण्डावी | कोपा |
18 | हर्षा वर्मा | सेविंग टेक्नोलाॅजी |
19 | रामेष्वरी वर्मा | फिटर |
20 | भारती | इलैक्ट्रीषियन |
21 | टिकेष्वरी वर्मा | सेविंग टेक्नोलाॅजी |
22 | भुनेष्वरी | इलैक्ट्रीषियन |
23 | चितरेखा | इलैक्ट्रीषियन |
24 | रोषनी साहू | इलैक्ट्रीषियन |
कुर्सी दौड़ के प्रतिभागी रहे-
यह भी बहुत मजेदार रहा। उस समय की प्रतियोगिता इस तरह से था
कि सभी घुल मील गए थे तथा खेल का मजा ले रहें थें। बहोत लोग तो खेल में ऐसी ही फाउल हो गए तथा कुछ लोंगो ने बहोत अच्छे तरह से खेला यह खेल 2 घंटे तक चला जिसमें लड़के तथा लड़कीयाँ सभी ने भाग लिया यह दिन सभी के लिए याद गार रहा।
1 | बलराम | कोपा |
2 | छत्रपाल | इलेक्ट्रिषियन |
3 | धनंजय | इलेक्ट्रिषियन |
4 | नोहर दास साहू | कोपा |
5 | सूरज मण्डावी | इलेक्ट्रिषियन |
6 | संगीता | कोपा |
7 | धीरकुवंर | कोपा |
8 | ज्वाला | सेविंग टेक्नोलाजी |
9 | भारती | इलेक्ट्रिषियन |
10 | पुष्पलता | केपा |
11 | किरण | केपा |
12 | भुनेष्वरी | इलेक्ट्रिषियन |
13 | रामेश्वरी | फिटर |
14 | श्रवण | फिटर |
रंगोली प्रतियोगिता मे भाग लेने वाले का नाम निम्ननुसार है-
क्रमांक | नाम | ट्रेड |
1 | हर्षा वर्मा | सेविंग टेक्नोलाॅजी |
डाॅली साहू | ||
2 | मोनिका देवांगन | कोपा |
आंचल राजपूत | ||
3 | धीरकुंवर | कोपा |
संगीता | ||
4 | रोशनी | इलेक्ट्रिशियन |
लुकेश | ||
5 | श्रवण | फिटर |
कमलेश | ||
6 | चित्ररेखा | इलेक्ट्रिशियन |
भुनेष्वरी |
रंगोली प्रतियोगिता – इस प्रतियोगिता में प्रतियोगियों द्वारा यह बताया गया कि-
किस प्रकार हमें किसी भी सरकारी योजनाओं का लाभ नही मिल पाता है।
किस प्रकार अज्ञानता के कारण हम ही भ्रष्ट्राचार करने लगते हैं।
किस प्रकार काला धन जमा होता हैं तथा उसका दुरूपयोग होता हैं।
किस प्रकार कोई भी कार्य केवल दस्तावेजो तक ही सीमट कर रह जाता हैं।
किस प्रकार से स्त्रीयों को समान दरजा नही मिल पाता हैं कन्या का जन्म ही ठीक नही माना जाता हैं यह हमारी ना समझी हैं।
किस प्रकार आम जनता हर हमेंषा कष्ट झेलती रहती हैं।
किस प्रकार कोई भी कार्य कराने के लिए घुस लिया जाता हैं।
अपने कर्तव्य का निर्वाह हमें हमेषा करना चाहिए तथा सत्य का साथ हमेषा देना चाहिए।
इस प्रकार का संदेष सभी ने अपने-अपने तरीके से रंगोली के माघम से देने का प्रयास किया।
प्रथम स्थान के लिए चयनित रंगोली
द्वितीय स्थान के लिए चयनित रंगोली
तीसरे स्थान के लिए चयनित रंगोली
चित्रकला प्रतियोगिता मे प्रतिभागी रहे-
क्रमांक | नाम | ट्रेड |
1 | कुलेश्वर वर्मा | इलेक्ट्रिशियन |
2 | अमीत निषाद | कोपा |
3 | दिनेश साहू | सेविंग टेक्नोलाॅजी |
इस प्रतियोगिता में भ्रष्ट्राचार निवारण के सम्बंध में सभी प्रतिभागीयों ने अपना संदेष दिया तथा सभी ने एक-से-बढ़कर एक चित्र बनाएँ जिसमें उन्होंने बताया किस प्रकार का वर्तमान में भ्रष्ट्राचार फैला हुआ है इमानदारी बहोत ही कम दिखाई पढ़ती हैं इसी के अंतर्गत बेटी बचाने, जागरूक रहने कन्या भ्रुणहत्या दुर करनें का संदेष दिया। इस प्रकार चित्र कला कि प्रतियोगिता रही।
वाद विवाद एवं भाषण प्रतियोगिता —
क्र. | नाम | व्यवसाय |
1 | नोहर दास साहू | कोपा |
2 | विक्की कौषल | कोपा |
3 | कुलेश्वर वर्मा | इलेक्ट्रिषियन |
4 | लुकेष वर्मा | इलेक्ट्रिषियन |
5 | राजेन्द्र | सेविंग टेक्नोलाजी |
6 | प्रीति | सेविंग टेक्नोलाजी |
यह सबसे रोमांचक रहा । सबी प्रतियोगियों ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्षन किया। जिसकी विषेषताएॅ इस प्रकार हैं-
प्रतियोगियों कि बातेा से ऐसा लग रहा था कि वे जनसामान्य की बातों को ही नहीं अपितु सभी के अन्तर्मन को समझकर अपनी बातें कह रहें हैं।
उनकी बातों में हमारी अपनी बातें थी जिसको हम नकार नहीं सकते हैं।
भाषण सभी प्रतियोगियों ने बहुत ही बेहतर तरीके से दिया जिसकी कोई उम्मीद भी नही कर सकता था नही किसी को पता था।
वाद – विवाद में कुल छः लोग थे दो विपक्ष के और चार पक्ष के । दोनो पक्ष अपनी – अपनी बातों में दृढ़ थें तथा दोनो पक्षो अंत तक हार नही मानी ।
वाद-विवाद में वास्तविक बातें थी जो हमारे सामने आते रहतें हैं इसकों प्रस्तुत करने का उनका अन्दाज बहोत ही बढ़िया था जिसके कारण सभी के ध्यान का केन्द्र बना।
इस प्रकार से ”सतर्कता जागरूकता सप्ताह “बढ़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।